MP के उज्जैन में प्रसिद्ध गधों का पारंपरिक मेला 1 नवंबर से शुरु हो गया है। पुरानी परंपरा के अनुसार गधों को गुलाब जामुन खिलाकर पूजा-पाठ की गई। जिसके बाद मेले की शुरुआत की गई। मेले में देशभर से 500 से अधिक गधों और 200 से अधिक घोड़ों की बिक्री होगी।
तेजस्वी-ओवैसी नाम के गधे बिक रहे
हर साल की तरह इस बार मेले में आए गधों के नाम चर्चाओं में हैं। जो कि लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। किसी गधे का नाम तेजस्वी तो किसी का ओवैसी है। इसके अलावा शाहरुख, ऐश्वर्या, जैकलीन, सलमान जैसे गधे भी मेले बिक रहे हैं। मेले में गधों के ऐसे नाम इसलिए रखे जाते हैं। ताकि ग्राहकों को आकर्षित किया जाए।
दांत देखकर तय होते हैं दाम
मेले में गधे और घोड़ों को खरीदने के लिए देश के कोने-कोने से लोग पहुंचते हैं। गधों के दांत देखकर उनकी उम्र और ताकत का अंदाजा लगाया जाता है। उसी के आधार पर दाम तय किए जाते हैं। आज भी गांवों में गधों का इस्तेमाल ईंट-भट्टों और सामान ढोने के लिए सबसे उपयुक्त साधन माना जाता है।
15 हजार तक गधों की कीमत
मेले में गधों की कीमत 5 हजार से 15 हजार रुपए तक होती है। यह गधे सारंगपुर, भोपाल, शाजापुर, सुसनेर, मक्सी समेत महाराष्ट्र और राजस्थान से लाए जाते हैं। जबकि घोड़ों को मालेगांव, सिरपुर अमरावती और अरनी से लाया जाता है।